



जब हर उपाय असफल हो जाए, तब माँ बगलामुखी ही मार्गदर्शन करती हैं।
🔱 माँ बगलामुखी कौन हैं?
माँ बगलामुखी दस महाविद्या में आठवीं महाविद्या हैं। इन्हें स्तम्भन शक्ति की देवी कहा जाता है।
इनकी कृपा से शत्रुओं के कृत्य निष्क्रिय हो जाते हैं। यदि भीषण आर्थिक पीड़ा में हों तो मां बगलामुखी की विशेष पूजा जरूर करनी चाहिए। इससे नए रास्ते दिखने शुरू हो जाते हैं।
जहाँ हर उपाय विफल हो जाए, वहाँ माँ बगलामुखी की साधना चमत्कार करती है।
यदि आपके जीवन में निम्न समस्याएँ लगातार बनी हुई हैं, तो यह पूजा अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है:
👿 यदि भीषण आर्थिक पीड़ा में हों
⚖️ कोर्ट केस, कानूनी विवाद में फँसे हों
🗣️ बार-बार बदनामी, झूठे आरोप या षड्यंत्र हो रहे हों
💼 नौकरी या व्यवसाय में बाधाएँ आ रही हों
😔 कोई व्यक्ति जानबूझकर आपका मार्ग रोक रहा हो
🧠 निर्णय क्षमता कमजोर हो गई हो
🕉️ तंत्र-बाधा, नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव


माँ बगलामुखी पूजा कहाँ करानी चाहिए?


माँ बगलामुखी की पूजा एक विशेष एवं अत्यंत प्रभावशाली साधना मानी जाती है। यह पूजा सामान्यतः किसी भी ऐसे मंदिर में सम्पन्न कराई जा सकती है, जहाँ माँ की प्राण-प्रतिष्ठा युक्त प्रतिमा विधिवत स्थापित हो।
परंतु यदि संभव हो, तो इस विशेष पूजा को झारखंड स्थित पवित्र बासुकीनाथ धाम में सम्पन्न कराना अत्यंत उत्तम एवं फलदायी माना गया है।
यह स्थान अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा और सिद्ध परंपराओं के कारण माँ बगलामुखी साधना के लिए विशेष महत्व रखता है।
Frequently asked questions
Q1. माँ बगलामुखी की पूजा कितने दिनों में फल देती है?
पूजा का प्रभाव व्यक्ति की स्थिति, समस्या की गंभीरता और श्रद्धा पर निर्भर करता है।
Q4. पूजा के समय भक्त को क्या करना होता है?
पूजा के समय नाम, गोत्र और समस्या का संकल्प लिया जाता है। Online Puja में भक्त वीडियो कॉल से जुड़ सकते हैं।
Q2. क्या ऑनलाइन माँ बगलामुखी पूजा उतनी ही प्रभावी होती है?
हाँ। संकल्प, मंत्र जाप और विधि शास्त्र अनुसार होने पर Online Puja भी पूर्ण फलदायी मानी जाती है।
Q5. क्या यह पूजा गोपनीय रखी जाती है?
हाँ। प्रत्येक पूजा पूर्ण गोपनीयता के साथ सम्पन्न की जाती है।
Q3. माँ बगलामुखी पूजा किन समस्याओं में करानी चाहिए?
भीषण आर्थिक पीड़ा, कोर्ट केस, बदनामी, षड्यंत्र, भय, नौकरी-व्यवसाय में अवरोध और नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में।
क्या थोड़ी विस्तृत जानकारी मिल सकती है?
शुभ मुहूर्त में संकल्प, माँ बगलामुखी का आवाहन, विशेष पीत वस्त्र, पीत पुष्प, हल्दी
बगलामुखी मंत्र जाप (विशेष संख्या में), हवन एवं पूर्णाहुति
साधक के नाम से विशेष प्रार्थना
